आई अंबाबाई | काय वर्णू तुला |
भावते मजला | रूप तुझे ||१||
नवरात्री पूजा | करूया श्रध्देने |
भक्ती भावनेने | स्त्री शक्तीची ||२||
जय दुर्गा माता | शक्ती असे एक |
नावे ती अनेक | माते तुझी ||३||
दर्शनाने तुझ्या | मिळे समाधान |
अखंड चिंतन | चरणाशी ||४||
आदिशक्ती माता | सांग सकलांना |
दैत्य निर्दालना | तुजसम ||५||
साऱ्या जगाची तू | प्रेमळ जननी |
पूजती भगिनी | गौरी माते ||६||
-- सुनिता वैद्य
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